चरित्र (charitra explained)

चरित्र (charitra explained in hindi):

चरित्र (charitra explained in hindi): कहते हैं, अच्छे चरित्र का व्यक्ति महान होता है लेकिन, कैसे किसी का चरित्र पहचाना जाए क्योंकि, जो अंदर होता है वह, बाहर दिखाई नहीं देता| सभी मनुष्यों के जीवन में, चरित्रहीनता की परिभाषा अलग अलग है जिसे, सामाजिक या स्वरचित रुप में धारण किया गया है| जैसे, कुछ समाजों …

Read more

मेरा जीवन (Mera jeevan explained)

मेरा जीवन (Mera jeevan explained in hindi):

मेरा जीवन (Mera jeevan explained in hindi): हम सभी संसार के बारे में तो अच्छी जानकारी रखते हैं किंतु, जब अपने बारे में पता करना हो, तब भी किसी और के कथन पर विश्वास करना, हमारी लाचारी बन जाता है| क्यों हम दूसरे की आँखों से, स्वयं को देखना चाहते हैं? क्या यह करना उचित …

Read more

लेखक (lekhak explained)

लेखक (lekhak explained in hindi):

लेखक (lekhak explained in hindi): मानव सभ्यता के विकास में लेखकों का अद्भुत योगदान है| आज हम जो कुछ भी जानते हैं, वह केवल लेखकों का ही परिश्रम है| आदि काल से लेकर, वर्तमान तक लेखकों के, लिखे लेख मानव शिक्षा का आधार है| लेखक ऐसा व्यक्ति होता है जो, मनुष्यों को संसार संबंधित सूचनाएँ …

Read more

अपराधी (Apradhi explained)

अपराधी (Apradhi explained in hindi):

अपराधी (Apradhi explained in hindi): अपराधी को समाज के लिए, अभिशाप माना जाता है| प्रत्येक देश अपने संविधान के अनुसार, अपराधों की परिभाषा निर्धारित करता है जहाँ, सभी देशों की एक विचारधारा होती है जिसके तहत वह व्यक्ति या जीव जन्तुओं को श्रेष्ठ मानकर अपना संविधान बनाते हैं और उनका उल्लंघन करने पर, कोई भी …

Read more

सोशल मीडिया (social media explained)

सोशल मीडिया (social media explained in hindi):

सोशल मीडिया (social media explained in hindi): आज के युग में, सोशल मीडिया के बढ़ते हुए उपयोग से, लोगों का जीवन परिवर्तित हो रहा है| कुछ लोग इसे सकारात्मक तौर पर अपना रहे हैं| वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो, सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव से भयभीत हैं| पहले छोटी से छोटी बातों की …

Read more

वर्ण व्यवस्था (Varn vyavastha explained)

वर्ण व्यवस्था (Varn vyavastha explained in hindi):

वर्ण व्यवस्था (Varn vyavastha explained in hindi): मानव समाज को संचालित करने के लिए, वर्ण व्यवस्था की स्थापना की गई थी| आज पूरा विश्व इसी व्यवस्था के अंतर्गत ही कार्य करता है किंतु, कुछ समाजों में इसका भ्रमित रूप भी प्रचलित है| आज भी वर्ण व्यवस्था को, समाज की कुरीतियों में गिना जाता है हालाँकि, …

Read more

दर्शन (darshan explained)

दर्शन (darshan explained in hindi):

दर्शन (darshan explained in hindi): सांसारिक दृष्टिकोण हेतु, नेत्रों की आवश्यकता होती है लेकिन, जो दिखाई दे रहा है उससे, कैसा संबंध रखना है, यह केवल दर्शन के माध्यम से ही समझा जा सकता है| आपने देखा होगा, जो बात आपके लिए अधार्मिक है वह, किसी और के लिए गर्व का अनुभव देने वाली होगी| …

Read more

बेटा (Beta explained)

बेटा (Beta explained in hindi):

बेटा (Beta explained in hindi): सोशल मीडिया के समय में बच्चों पर नियंत्रण रखना कठिन होता जा रहा है| माता पिता के लिए, उनका बेटा ही उनकी दुनिया होता है| जिसे लेकर वह कई सपने बुनते हैं| लेकिन जब बढ़ती आयु के साथ बेटा प्रतिकूल रूप से बदलने लगे तो, यह चिंताजनक विषय बन जाता …

Read more

अच्छाई और बुराई (achhai aur burai explained)

अच्छाई और बुराई (achhai aur burai explained in hindi):

अच्छाई और बुराई (achhai aur burai explained in hindi): अच्छाई और बुराई मनुष्य की दो मनोवैज्ञानिक दशाएँ हैं जिन्हें, वह अपने पूर्वानुमान से परिभाषित करता है| एक व्यक्ति के लिए जो कुछ अच्छा होगा वही, दूसरे के लिए बुरा कहलाएगा| इस बात से निष्कर्ष निकलता है कि, अच्छे और बुरे का सच से कोई सरोकार …

Read more

आकर्षण (Akarshan explained)

आकर्षण (Akarshan explained in hindi):

आकर्षण (Akarshan explained in hindi): किसी विषय वस्तु से आकर्षित होना, मानव इन्द्रिय दोष है या यूँ कहें कि आकर्षण ही, सांसारिक संचालक है जो, प्रकृतिगत जीवों की सहायता से संसार को संचालित करता है| प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन के सभी कार्य किसी न किसी से आकर्षित या भयभीत होकर ही करते हैं किंतु, क्या …

Read more