इच्छाधारी नाग नागिन (Ichadhari facts in hindi with unique explanation):
साँप एक रेंगने वाला जीव है जिसे, कई संप्रदायों में पूज्य माना जाता है| साँप के पीछे यह धारणा है कि, अपनी सौ वर्ष की आयु पूरी करने के बाद, वह इच्छाधारी नाग या नागिन बन सकता है और इच्छाधारी बनते ही, उनके पास रुप बदलने की शक्ति हो जाती है जिससे, वह इंसान का रूप भी धारण कर सकता है|
आज तक इस रहस्य के नाम से, लोगों का मनोरंजन किया जाता रहा लेकिन, जब इसे लेकर अंध विश्वास बढ़ने लगा तो, विज्ञान ने भी इस तथ्य को खंडित किया लेकिन, वैज्ञानिक शिक्षा के अभाव के कारण, इच्छाधारी नागिन पहेली ही बनी हुई है जिसे, हम इस लेख के माध्यम से समझाने का प्रयास करेंगे|
1. इच्छाधारी नागिन क्या है?
2. इच्छाधारी सांप कैसे बनते हैं?
3. इच्छाधारी नागिन की क्या पहचान है?
4. इच्छाधारी नागिन का रहस्य क्या है?
5. इच्छाधारी नाग मणि कहा है?
वैसे तो इच्छाधारी नाग, एक काल्पनिक पात्र ही है लेकिन, इससे जुड़ी हुई कई कहानियाँ सत्यता पर आधारित बतायी जाती है| आज भी इच्छाधारी नाग के विषय में लोगों की, मिलीजुली प्रतिक्रिया होती है जहाँ, खुल कर कुछ भी कह पाना कठिन होता है| इस लेख का उद्देश्य, आपके मन से भ्रम को दूर करना है तो, चलिए चलते हैं कुछ प्रश्नों की ओर|
इच्छाधारी नागिन क्या है?
अपनी इच्छा के अनुसार, किसी भी रूप को धारण करने वाले नाग या नागिन, इच्छाधारी कहलाते हैं| इच्छाधारी नागिन पर बहुत सी किताबें लिखी जा चुकी हैं| जिन पर कई फ़िल्में भी बनी है| इच्छाधारी नाग नागिन को चमत्कारिक शक्तियों का स्वामी बताया जाता है| जिसके ज़रिए वे पलक झपकते ही, अपना शारीरिक आकार बदल सकते हैं|
इच्छाधारी सांप कैसे बनते हैं?
इच्छाधारी साँप के पीछे धारणा है कि, सौ वर्ष की आयु होते ही साँप के पास ख़ास तरीक़े की शक्तियां आती है| जिसके ज़रिए कोई भी साँप, मनुष्य की तरह रूप धारण कर सकता है हालाँकि, जीव विज्ञान ने आज तक इस बात पर सहमति नहीं जतायी कि, कोई भी नाग नागिन १०० वर्ष तक जीवित रह सकते हैं|
इच्छाधारी नागिन की क्या पहचान है?
लोगों का मानना है कि, इच्छाधारी नागिन की पहचान करने के लिए, उसके सामने बीन बजाकर पता लगाया जा सकता है जहाँ, बीन की धुन से, इच्छाधारी नागिन अपने वास्तविक रूप में आ जाती है और ज़मीन पर लोटने लगती है हालाँकि, यह सिर्फ़ एक रहस्य है|
इच्छाधारी नागिन का रहस्य क्या है?
अगर सीधे तौर पर इसका उत्तर देना हो तो, इच्छाधारी नागिन सिर्फ़ एक काल्पनिक पात्र है जिसका, वास्तविकता से कोई संबंध नहीं| हमारी प्रकृति में मौजूद हर जीव, निरंतर विकास की प्रक्रिया के तहत ही, रूप बदल सकता है| जैसे, कीड़े से तितली का बनना| यहाँ चमत्कार जैसा कुछ नहीं| दुनिया में मौजूद किसी भी भौतिक विषय वस्तु का परीक्षण करना, विज्ञान के लिए सामान्य बात है और विज्ञान ने कभी इच्छाधारी साँप के दावे को वैधता नहीं दी है|
इच्छाधारी नाग की मणि कहा है?
नाग मणि के पीछे, लोगों की पुरानी धारणा है कि, किसी ख़ास दिन नाग अपने सर से चमकता हुआ, पत्थर निकालता है जिसे, मणि कहा जाता है हालाँकि, मणि की कहानियाँ तो, साधारण सांप से भी जुड़ी होती है लेकिन, पिछले बिंदु से स्पष्ट है कि, इच्छाधारी नाग सिर्फ़ एक कल्पना है तो, उसकी मणि वास्तविक कैसे हो सकती है|
अक्सर हमारे मन में बहुत सी धारणा बैठा दी जाती है जिसके, बहुआयामी नकारात्मक परिणाम होते हैं| एक बात स्पष्ट रूप से समझना होगा कि, इस संसार में ऐसी कोई भी भौतिक विषय वस्तु मौजूद नहीं जिसका, परीक्षण विज्ञान के द्वारा न किया जा सके इसलिए, हम दावे से कह सकते हैं कि, इच्छाधारी साँप और उससे जुड़ी शक्तियों की कहानियाँ, काल्पनिक मनोरंजन मात्र है| जिस तरह जलपरी और भूत प्रेत की धारणा आज बहुत प्रचलित हैं|