पत्रकार का जीवन (life facts of journalist in hindi with unique morals):
किसी भी सभ्य समाज में, पत्रकार एक मुख्य इकाई होती है| पत्रकारों को लोकतंत्र का स्तंभ माना जाता है| पत्रकार द्वारा किए गए कार्य को, पत्रकारिता कहा जाता है| वैसे तो पत्रकारों के कई प्रकार होते हैं लेकिन, सबसे ज़्यादा महत्व राजनीतिक पत्रकारिता को दिया जाता है| उसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि, राजनीति सीधे तौर पर, जनता से जुड़ी होती है इसलिए, राजनीति से सम्बंधित पत्रकारिता का प्रशासन और सामान्य जनता, दोनों पर प्रभाव पड़ता है| पत्रकार के जीवन में बहुत सी चुनौतियां होती हैं जिन्हें, समझने के लिए हमें कुछ प्रश्नों की ओर चलना होगा|
1. पत्रकार क्या होता है?
2. पत्रकार का जीवन कैसा होता है?
3. पत्रकार का महत्व क्या है?
4. पत्रकार का कर्तव्य क्या है?
5. पत्रकार कैसे बना जाता है?
6. पत्रकार बनने के क्या फायदे हैं?
7. एक आदर्श पत्रकार की विशेषताएं क्या है?
आज तक आपने, जनता के नज़रिए से, पत्रकारों की परिभाषा सुनी होगी लेकिन, एक पत्रकार के दृष्टिकोण से, वह कैसा होना चाहिए या यूँ कहें कि, एक पत्रकार को अपनी भूमिका निभाते वक़्त, किन विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए कि, उसका जीवन सार्थक कहला सके और वह अपने जीवन को, रोमांचक कर सके| तो चलिए पत्रकार जीवन के प्रमुख बिंदुओं की ओर|
पत्रकार क्या होता है?
अपने हितों को पीछे रखकर, सार्वजनिक हितों के लिए, समाचार प्रसारणों के माध्यम से, आवाज़ उठाने वाला व्यक्ति पत्रकार कहलाता है| आज सोशल मीडिया के माध्यम से, कई पत्रकार रूपी प्रतिभाएँ उभर रही है जिन्होंने, देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालने का बीड़ा उठाया हुआ है| एक पत्रकार बुद्धिमानी और निडरता की मिसाल होता है लेकिन, जब वह निःस्वार्थ भाव से जनता के हितों के लिए, मुखर होकर अपना कार्य कर रहा हो|
पत्रकार का जीवन कैसा होता है?
पत्रकारों के जीवन शैली को समझने के लिए, दो तरह के पत्रकारों का वर्णन किया जा सकता है| एक वो, जिसका जीवन संघर्षो से भरा होता है क्योंकि, ऐसे पत्रकारों के लिए, पत्रकारिता पैसे कमाने का माध्यम नहीं बल्कि, समाज को जागरूक करने का हथियार होता है और वह बिना डरे, अत्याचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते रहते हैं| इनका जीवन कठिनाईयों से घिरा होता है| इन्हें पल पल अपनी जान का ख़तरा रहता है| फिर भी यह बिना झुके, अपने पद की गरिमा का सम्मान करते हैं लेकिन, दूसरी तरह के पत्रकार भी, आज हमारे बीच उपलब्ध हैं जो, प्रभावी ताक़तों के आगे अपने स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए, सर झुकाकर ग़ुलामी स्वीकार कर लेते हैं और आँख में पट्टी बांधकर, सामाजिक बुराइयों पर पर्दा डालते हुए, जनता को निरंतर, भ्रमित करने में अपना जीवन व्यतीत करते हैं|
पत्रकार का महत्व क्या है?
समाज में पत्रकार की भूमिका, अलार्म की तरह होती है जो, सो रही जनता को, दुनियाभर के अच्छे और बुरे विषय से, अवगत कराते हैं| जिनका असर व्यक्तियों के जीवन पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पड़ता है| सही मायनों में पत्रकार भी समाज का चौकीदार है जो, कुछ होने से पहले या होने के बाद, आवाज़ लगाकर सो रही जनता को जगाता है|
पत्रकार का कर्तव्य क्या है?
एक पत्रकार, समाज अर्थात व्यक्तियों का समूह की आँख होता है जिसका, सबसे प्रथम कर्तव्य जनता से जुड़े हुए मुद्दों को, बिना किसी भेदभाव के उजागर करना है| वैसे तो एक पत्रकार, स्वतंत्र व्यक्ति माना जाता है लेकिन, पत्रकार को लोकतंत्र की मर्यादा रखनी चाहिए| कोई भी व्यक्ति पत्रकार बनते ही, साधारण इंसान नहीं रह जाता| उसे अपने शब्दों का चयन करते वक़्त, विशेष ध्यान रखना चाहिए| हर पत्रकार को, अपनी पत्रकारिता के दौरान, इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए कि, समाज में इस ख़बर का कैसा प्रभाव पड़ेगा| यहाँ किसी संस्था या व्यक्ति से के दबाव में आकर, पत्रकारिता करने को नकारा गया है| पत्रकार जिस भी विषय से संबंध रखते हैं, उन्हें उसकी गहराई तक जाकर, अपने पूरे विवेक का इस्तेमाल करते हुए, ख़बर बनानी चाहिए और निडरता का भाव त्यागकर, ईमानदारी से समाज को, अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला माध्यम बनना चाहिए|
पत्रकार कैसे बना जाता है?
पत्रकार बनने के लिए, श्रेष्ठ भाषा शैली का होना अनिवार्य है हालाँकि, पत्रकारों की शिक्षा के लिए कई संस्थान उपलब्ध हैं| लेकिन केवल पढ़ने से, एक बेहतर पत्रकार नहीं बना जा सकता| जैसा कि, उपरोक्त बिन्दुओं से स्पष्ट है कि, पत्रकार साहसी व्यक्ति ही बन सकता है इसलिए, सर्वप्रथम अपने स्वार्थ का भाव त्यागना होगा| सभी के प्रति करुणा का भाव अपनाना होगा| अपने निजी इरादों को किनारे रखना होगा चूँकि, एक पत्रकार के विचार सार्वजनिक हितों के आधार पर उत्पन्न होने चाहिए इसलिए, जो पत्रकार अपनी निजी ज़िंदगी को ज़्यादा महत्व देता हो, उसे पत्रकारिता के कार्यों में रुचि नहीं लेना चाहिए|
पत्रकार बनने के क्या फायदे हैं?
किसी भी व्यक्ति के लिए, सबसे ज़्यादा संघर्षपूर्ण कार्य, अन्याय के ख़िलाफ़ बोलना होता है लेकिन, एक पत्रकार को अपने कार्य के दौरान, स्वतंत्रता से अन्याय का विरोध करने की छूट होती है| इससे बड़ा फ़ायदा क्या हो सकता है हालाँकि, आज पत्रकारिता व्यवसाय बन चुकी है जहाँ, कुछ पत्रकार अपने सिद्धांतों से समझौता करके, बेहतर से बेहतर ज़िंदगी का मजा ले रहे हैं| यह कहना ग़लत नहीं होगा कि, शुरुआत में भले ही ऐसे पत्रकार क़ामयाब दिखें लेकिन, देर सवेर उनकी लोकप्रियता नष्ट हो जाएगी इसलिए, पत्रकार को अपने निजी जीवन के सारे फ़ायदे त्यागकर ही, इस पेशे को अपनाना चाहिए ताकि, समाज में आदर्श पत्रकारिता के उदाहरण प्रस्तुत किए जा सकें|
एक आदर्श पत्रकार की विशेषताएं क्या है?
वैसे तो यह पूरा लेख, एक आदर्श पत्रकार के लिए ही लिखा गया है लेकिन, यदि एक बार और इस बात पर ज़ोर देना हो तो, एक आदर्श पत्रकार सभी को समान आँखों से देखने वाला होना चाहिए अर्थात, वह व्यक्ति जिसकी नज़रों में, जात-पात, धर्म-मज़हब के नाम पर भेदभाव ना हो और वह सभी जीवों के प्रति, समभाव रखने वाला होना चाहिए| एक आदर्श पत्रकार व्यक्ति विशेष के ख़िलाफ़ नहीं बल्कि, दुष्कर्मों के ख़िलाफ़ खड़ा होना चाहिए| साधारण शब्दों में कहा जाए तो, पत्रकार मुक्त पुरुष होना चाहिए जहाँ, उसे पक्षपात किए बिना, सच्चाई से पर्दा उठाना चाहिए तभी, आदर्श समाज का निर्माण किया जा सकेगा|
अंत में एक विशेष बात, यह जीवन कुछ वर्षों के लिए ही मिला है| इस पृथ्वी पर हम मेहमान है| यहाँ हम कुछ भी अर्जित करके ख़ुश नहीं हो सकते| हाँ लेकिन, त्याग का भाव आनंद ज़रूर दे सकता है क्योंकि, यहाँ मौजूद हर विषय वस्तु एक ना एक दिन, नष्ट हो जाएगी लेकिन, जिस तरह का वातावरण हम बनाएंगे, उसका सीधा प्रभाव पूरी पृथ्वी पर पड़ेगा इसलिए, पत्रकारों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर पूरे विश्व के भले के लिए समर्पित होना चाहिए|